एक ऐसा मुकाबला जो क्रिकेट प्रेमियों को हमेशा याद रहेगा! ओवल टेस्ट के आखिरी दिन भारत ने इंग्लैंड को सिर्फ 6 रन से मात देकर पांच मैचों की सीरीज़ को 2-2 से ड्रॉ कर दिया। ये जीत भारत की टेस्ट इतिहास में सबसे नज़दीकी जीत बन गई है।
🔥 आखिरी दिन की सुबह – जहां खेल ने करवट बदली!
मैच के चौथे दिन तक लग रहा था कि इंग्लैंड आसानी से ये मुकाबला जीत लेगा। स्कोरबोर्ड पर 301/3 और जो रूट व हैरी ब्रुक दोनों ने शतक ठोक दिया था। लेकिन पाँचवें दिन सुबह मैदान पर उतरे भारतीय गेंदबाज़ों का इरादा कुछ और ही था।
मो. सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की जोड़ी ने खेल की धारा पलट दी। लगातार विकेट गिरने शुरू हुए और इंग्लैंड की टीम 367 रन पर ढेर हो गई। जीत के लिए ज़रूरी 6 रन भी नहीं बना सकी। ये सिर्फ क्रिकेट नहीं, जज़्बे और धैर्य की जीत थी।
🧠 सिराज की सोच, जिसने रच दिया कमाल
मो. सिराज ने खुद से वादा किया था: “मैं खेल को बदल दूंगा।”
उन्होंने उस वादे को निभाया – 5 विकेट झटककर इंग्लैंड की उम्मीदों को तोड़ दिया।
उनकी तेज़ लाइन, अटैकिंग लेंथ और अग्रेसिव माइंडसेट ने दर्शकों के साथ-साथ टीम इंडिया को भी जोश से भर दिया। सिराज की यही फ़ॉर्म अब उन्हें टेस्ट क्रिकेट के टॉप पेसर्स में शुमार कर चुकी है।
💪 जज़्बा ऐसा कि घायल खिलाड़ी भी मैदान पर लौट आया
क्रिस वोक्स जब हाथ में पट्टी बांधकर बाएं हाथ से बैटिंग करने उतरे, तो पल भर को लगा कि शायद इंग्लैंड के पास कोई चमत्कार बचा हो। लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों की एक के बाद एक सटीक गेंदों ने वो उम्मीद भी तोड़ दी।
🏆 यह सिर्फ जीत नहीं, एक बयान था
इस मैच से भारत ने सिर्फ सिरीज़ नहीं बचाई, बल्कि दुनिया को दिखा दिया कि इच्छाशक्ति और रणनीति हो तो कुछ भी मुमकिन है।
सिराज, कृष्णा और पूरी टीम ने यह साबित किया कि टेस्ट क्रिकेट में भी रोमांच और जुनून की कोई कमी नहीं।
